राशि को लग्न मानकर उसमें गोचर के ग्रह रखकर जो कुंडली बनती है वह कुंडली फलादेश का समता संवाद और साहचर्य के विषयों में रुचि बढ़ेगी. संपर्क व बड़प्पन बढ़ाएंगे. नकारात्मक लोगों से दूरी रखेंगे. महत्वपूर्ण सूचनाएं प्राप्त होंगी. साहस पराक्रम में सहज बने रहेंगे. सामाजिक कार्यां में सफलता पाएंगे. https://rylanrwzcg.ouyawiki.com/873898/daily_rashifal_can_be_fun_for_anyone