तेरे भुज दण्ड प्रचंड त्रिलोक में रखियो लाज मरियाद मेरी धर्म संग्रह इंदौर मध्यप्रदेश क्रिकेट अन्य खेल “हनुमान जाग.—- किलकारी मार.—- तू हुंकारे.—- राम काज सँवारे.—- ओढ़ सिंदूर सीता मैया का.—- तू प्रहरी राम द्वारे.—- मैं बुलाऊँ , तु अब आ. अंजनीगर्भसम्भूताय कपीन्द्र सचिवोत्तम रामप्रिय नमस्तुभ्यं हनुमान रक्ष रक्ष सर्वदा https://claytonlubho.blogcudinti.com/35623532/considerations-to-know-about-hanuman-mantra